आप बिल्कुल सही वेबसाइट पर आए हैं यहां पर आपको निबंध लिखने की बिल्कुल सही और सटीक जानकारी दी जाएगी यह जो जानकारी आपको दी जा रही है वह बोर्ड का पेपर चेक करने वाले अध्यापकों के सुझावों के आधार पर दी जा रही है तथा सीबीएसई के द्वारा जो आंसर शीट जारी की जाती है उसके आधार पर यह जानकारी दी जा रही है अगर यह सभी तरीके आप प्रयोग करते हैं जो आपको इसमें बताए जाएंगे तो आप 10 में से 10 नंबर लेकर आएंगे यह बिल्कुल पक्का है।
Q- यह निबंध किन-किन बच्चों के लिए है और किस बोर्ड के बच्चों के लिए है।
यह जो जानकारी आपको दी जा रही है यह उन सभी बच्चों के लिए है जो निबंध लिखना सीखना चाहते हैं चाहे वह बोर्ड का पेपर देने जा रहे हैं चाहे किसी भी संस्थान का बोर्ड हो उदाहरण के लिए सीबीएसई बोर्ड यूपी बोर्ड आदि। यह जानकारी उन बच्चों के लिए भी है जो बोर्ड का पेपर देने नहीं जा रहे हैं चाहे रे छोटी क्लास में क्यों ना हो चलिए चलते हैं नीचे और जानते हैं निबंध लिखने के सही तरीके को।
Q- पेपर में निबंध प्रश्न किस प्रकार का आता है।
अब आपको यह बता दें की निबंध आपकी बोर्ड परीक्षा में चार विषयों पर आता है उन चार विषयों में से आपको केवल एक विषय पर निबंध लिखना होता है तथा आपके क्वेश्चन में यह भी जानकारी मिलती है की आपको निबंध सिर्फ 300 शब्दों में लिखना है और हम आपको यह भी बताते हैं की निबंध आपके एग्जाम में 5 से लेकर 10 नंबर तक आता है।
Q- निबंध लिखने का सही तरीका क्या है।
निबंध- यहां पर आपको विषय का नाम लिखना है।
प्रस्तावना या भूमिका
इसमें आपको निबंध के विषय के बारे में हल्की-फुल्की जानकारी देनी होती हैं।
सबसे अच्छा यह है कि आप प्रस्तावना या भूमिका में मुहावरे श्लोक आदि से शुरुआत करें या इनको इसमें जरूर डालें।
प्रस्तावना या भूमिका लिखते समय यह चीज हमेशा ध्यान में रहनी चाहिए की पढ़ने वाले की रुचि बरकरार रहे।
(विषय) क्या होता हैं।
यहां पर आपको हेडिंग खुद बनानी है जैसे मान कर चलिए कि हम प्रदूषण के ऊपर निबंध लिख रहे हैं।
तो यहां पर हेडिंग आएगी प्रदूषण क्या होता है।
क्योंकि जब हम विषय को शुरू कर रहे हैं तो हमें इसमें पहले विषय के बारे में बताना है। कि वह क्या होता है।
उसके बाद दुनिया में उससे क्या बदलाव आए हैं। या फिर आप लिख सकते हैं।
उदाहरण= प्रदूषण से दुनिया में क्या-क्या बदलाव आए हैं।
इस पैराग्राफ को आपको विस्तार से लिखना है।
(विषय) के प्रकार
यहां पर हमको हेडिंग बनाते समय यह ध्यान रखना है कि इसके ऊपर वाले पैराग्राफ में हमने विषय की जानकारी दे दि है।
अब इस पैराग्राफ के अंदर हमको एक ऐसी हेडिंग बनानी है जिसमें हम विषय के प्रकार बताएंगे उदाहरण के लिए (प्रदूषण के प्रकार )
अब हमने हेडिंग तो बना ली है लेकिन पैराग्राफ के अंदर हमको प्रकार किस तरीके से लिखना है उसकी बात करते हैं हमको प्रकार लिखते समय यह ध्यान रखना है कि हमको यह पैराग्राफ विस्तार से लिखना है।
विस्तार से लिखने के लिए हमको एक- एक प्रकार के बारे में अलग-अलग बताना होगा और जब हम प्रकार को बताएं उस समय पर हमें कोई फालतू की बात नहीं लिखनी है हमें सरल शब्दों में सटीक बात लिखनी है।
(विषय) से होने वाली हानियां
अब इस हेडिंग को बनाते समय हमें यह ध्यान रखना है कि अभी तक हम विषय की जानकारी दे चुके हैं।
अब हमको विषय से होने वाली सभी परेशानियां इस तरह बतानी है की पढ़ने वाले की रुचि बढ़ जाए।
और इसके अंदर हमको परेशानी बताते समय अपनी भावनाओं का भी प्रयोग करना है जिस से पढ़ने वाला व्यक्ति उन भावों को अपने से जोड़ सके। इसको भी विस्तार से लिखना है।
(विषय) को रोकने के उपाय
अब इस पैराग्राफ के अंदर हमको हेडिंग बनाते समय यह ध्यान रखना है कि अभी तक हम ऊपर पैराग्राफ के अंदर विषय की जानकारी दे चुके हैं विषय से होने वाली परेशानी भी बता चुके हैं।
अब बात आती है कि विषय से होने वाली परेशानियों को रोकने का क्या उपाय है अर्थात इसमें हमको विषय से होने वाली परेशानियों के उपाय लिखने हैं।
अब उपाय लिखते समय हमको कुछ बातों को ध्यान में रखना है सबसे पहले हमें ध्यान में यह रखना है कि जब हम उपाय बता रहे हैं तो हम उपायों को प्वाइंट्स में भी लिख सकते हैं।
इसको और अच्छे से समझने के लिए हम आपको उदाहरण देते हैं जैसे जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण यह दो पॉइंट्स हैं।
अब हम जब इन दोनों को लिखेंगे तो जल प्रदूषण को अलग लिखेंगे इसके अंदर जल प्रदूषण को रोकने वाले सभी उपाय लिखेंगे।
फिर उसके बाद हम वायु प्रदूषण के बारे मे लिखेंगे की उसके उपाय क्या-क्या होंगे।
हमारे कहने का अर्थ यह था।
निष्कर्ष
आपको इसमें निष्कर्ष लिखना है निष्कर्ष का अर्थ होता है कि हमको एक दो उपाय लिखने हैं और अपनी समझ से क्या-क्या होना चाहिए क्या हो सकता है इस परेशानी को हल करने के लिए कम शब्दों में लिखना है।
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